Utsah (उत्साह) by Suryakant Tripathi
Class 10 Hindi - NCERT Kshitij Bhag 2
Guide for Class 10 Hindi (CBSE Sample Questions with Answers important for Cbse Board Exam)
प्रश्न: उत्साह कविता का सार (भावार्थ) संक्षेप में लिखिए।
Answer: निराला जी छायावाद के आधार-स्तंभों में से एक हैं। 'उत्साह' छायावादी कविता है। यह एक आह्वान गीत है, जो बदल को संबोधित करता है। कविता में बादल को एक तरफ गर्मी से तपती धरती तथा पीड़ित-प्यासे लोगों की आकांक्षा को पूरा करने वाला दिखाया गया है, तो दूसरी तरफ वही बादल नई कल्पना और नए अंकुर के लिए विप्लव एवं क्रांति चेतना को संभव करने वाला भी दर्शाया गया है। कवि चाहते हैं कि इस संसार में जितनी भी पीड़ा व ताप है, वह बादलों की शीतल वर्षा से मिट जाए। कवि बादलों के माध्यम से सामाजिक क्रान्ति का आह्वान करने वाले कवियों से अपनी कविता में बिजली की कड़क के समान क्रांतिकारी स्वर व एक नया जोश भरने को कहते हैं।
उत्साह कविता में ललित कल्पना और क्रान्ति-चेतना दोनों हैं। सामाजिक क्रान्ति या बदलाव में साहित्व की भूमिका प्रमुख होती है। निराला जी इसे 'नवजीवन' एवं 'नूतन कविता' के सन्दर्भों में देखते हैं।
प्रश्न: सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला जी के लिखे हुए किसी दो उपन्यास और काव्य रचना का नाम लिखिए।
Answer: उपन्यास: 'अलका', 'निरूपमा' काव्य: 'अनामिका', 'गीतिका'
प्रश्न: 'सामाजिक क्रान्ति में साहित्य की भूमिका महत्वपूर्ण होती है।' "उत्साह" कविता के आधार पर इस कथन की समीक्षा कीजिये।
Answer: उत्साह कविता में कवि बादलों के माध्यम से सामाजिक क्रान्ति का आह्वान करने वाले कवियों से अपनी कविता में बिजली की कड़क के समान क्रांतिकारी स्वर व एक नया जोश भरने को कहते हैं।
कवि बादल से गरजने का अनुरोध किया है तथा सामाजिक चेतना की नूतन कविता लिखने वाले कवियों से कहा है कि वे अपने ह्रदय में आसमान का बिजली की छवि धारण कर ले। इस प्रकार से कवियों को यह सन्देश गया है कि वे अपनी कविताओं में एक नया जोश तथा क्रान्ति-चेतना का स्वर भर दें।
बहुत स्पष्ट भाषा में कविता में इस तथ्व को रेखांकित किया गया है कि साहित्व, सामाजिक क्रान्ति या बदलाव की प्रक्रिया में एक अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है।
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Suryakant Tripathi Nirala - NCERT Solutions of Class 10 CBSE Hindi Kshitij Bhag 2 - Utsah (उत्साह) textbook exercise questions
प्रश्न: सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला जी के लिखे हुए किसी दो उपन्यास और काव्य रचना का नाम लिखिए।
Answer: उपन्यास: 'अलका', 'निरूपमा' काव्य: 'अनामिका', 'गीतिका'
प्रश्न: 'सामाजिक क्रान्ति में साहित्य की भूमिका महत्वपूर्ण होती है।' "उत्साह" कविता के आधार पर इस कथन की समीक्षा कीजिये।
Answer: उत्साह कविता में कवि बादलों के माध्यम से सामाजिक क्रान्ति का आह्वान करने वाले कवियों से अपनी कविता में बिजली की कड़क के समान क्रांतिकारी स्वर व एक नया जोश भरने को कहते हैं।
कवि बादल से गरजने का अनुरोध किया है तथा सामाजिक चेतना की नूतन कविता लिखने वाले कवियों से कहा है कि वे अपने ह्रदय में आसमान का बिजली की छवि धारण कर ले। इस प्रकार से कवियों को यह सन्देश गया है कि वे अपनी कविताओं में एक नया जोश तथा क्रान्ति-चेतना का स्वर भर दें।
बहुत स्पष्ट भाषा में कविता में इस तथ्व को रेखांकित किया गया है कि साहित्व, सामाजिक क्रान्ति या बदलाव की प्रक्रिया में एक अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है।
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