Solutions of NCERT (CBSE) Class 7 Hindi Vasant Bhag 2 रहीम के दोहे | NCERT Chapter Exercise and Sample Questions

 

Class 7 Vasant (Basant) Bhag 2 | NCERT (CBSE) Solution for Hindi Textbook Exercise 
 रहीम के दोहे   
पाठ्य पुस्तक के प्रश्न-अभ्यास  
प्रश्न २: रहीम ने क्वार के मास में गरजनेवाले बादलों की तुलना ऐसे निर्धन व्यक्तिओं से क्यों की है जो पहले कभी धनी थे और बीती बातों को बताकर दूसरों को प्रभावित करना चाहते हैं? दोहे के आधार पर आप सावन के बरसने और गरजनेवाले बादलों के विषय में क्या कहना चाहेंगे? 
उत्तर: रहीम ने क्वार के मास में गरजनेवाले बादलों की तुलना ऐसे निर्धन व्यक्तिओं से की है जो पहले कभी धनी थे और बीती बातों को बताकर दूसरों को प्रभावित करना चाहते हैं | ऐसा कवि ने इसलिए किया क्योंकि क्वार के मास के बादल बरसने वाले न होकर खोखले होते हैं और धनी से निर्धन हो गए लोग धनहीन होते हैं | क्वार मास के बादल केवल गरजते हैं और ये लोग केवल बातें ही बना सकते हैं | अपने इस दोहे में भी रहीम ने स्पष्ट रूप से यही कहा है कि क्वार के महीने में बादल केवल गहराते हैं, जबकि सावन के महीने में बादल जमकर बरसते हैं |    
Class VII, NCERT Hindi Guide
Additional Sample Questions with Solutions
 
प्रश्न १: सच्चे मित्र की पहचान क्या है?
उत्तर: रहीम के अनुसार सच्चे मित्र की पहचान है कि वह दुःख व विपत्ति में भी मित्र का पूरा साथ देता है | 
प्रश्न २: परोपोकार की भावना के लिए कवि ने किन-किन का उदाहरण दिया है? 
उत्तर: कवि ने परोपोकारी भावना हेतु यह बताया है कि पेड़ कभी अपने फल नहीं खाते, सरोवर कभी अपना जल नहीं पीते और सज्जन कभी अपने लिए धन नहीं संचय करते | ऐसे ही प्रत्येक मनुष्य को बिना किसी स्वार्थ के दूसरों का हित करना चाहिए | 
प्रश्न ३: कवि मनुष्य को धरती से क्या सीख देना चाहता है?
उत्तर: कवि मनुष्य को धरती से यह सीख देना चाहता है कि जैसे धरती सर्दी, गर्मी व बरसात सभी मौसमों को सामान रूप से सहती है वैसे ही मनुष्य को भी अपने जीवन में सुख-दुःख सामान रूप से सहन करने चाहिए अन्यथा विचलित होने से कोई लाभ नहीं होता | 
प्रश्न ४: वृक्ष, सरोवर और सज्जन दूसरों हेतु क्या करते हैं? 
उत्तर: वृक्ष दूसरों हेतु फल प्रदान करते हैं, सरोवर अपने जल द्वारा दूसरों की प्यास बुझाते हैं और सज्जन और बुद्धिमान लोग धन का संचय दूसरों की ज़रूरतें पूरी करने के लिए करते हैं |
 

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