Class IX, Kritika Bhag 1 (Hindi)
Chapter-5, किस तरह आखिरकार मैं हिंदी में आया
by Shamsher Bahadur Singh
Ncert Cbse Solutions of Hindi Course 'A' (Sample Questions-Answers)
प्रश्न १: शमशेर बहादुर सिंह हिंदी की तरफ क्यों आये ?
उत्तर: शमशेर बहादुर सिंह हिन्दी से पहले अंग्रेज़ी तथा उर्दू में निपुण थे | उन्हें हिंदी की तरफ मोड़ने वाले थे - कवि हरिवंश राय बच्चन | बच्चन जी १९३० के आसपास बहुत लोकप्रिय थे | एकबार उन्हों ने शमशेर बहादुर सिंह के एक सॉनेट की बहुत प्रशंसा की | इससे शमशेर बच्चन जी के नजदीक हो गए | बच्चन जी शमशेर को इलाहबाद ले गए | वहाँ हिन्दी का वातावरण बहुत प्रेरक तथा प्रभावी था | निराला तथा पंत जी की रचनाओं ने उन्हें हिन्दी में लिखने के लिए प्रेरित किया | शमशेर पंत जी के संपर्क में आ गए | पंत जी ने उनकी कुछ कविताओं में सुधार भी किया | निराला ने उनकी एक कविता पर अच्छी टिप्पणी की | बच्चन जी ने तो उन्हें लिखने के लिए एक नया छंद भी समझाया | इसप्रकार शमशेर बहादुर सिंह हिन्दी की तरफ आ गए |
उत्तर: शमशेर बहादुर सिंह हिन्दी से पहले अंग्रेज़ी तथा उर्दू में निपुण थे | उन्हें हिंदी की तरफ मोड़ने वाले थे - कवि हरिवंश राय बच्चन | बच्चन जी १९३० के आसपास बहुत लोकप्रिय थे | एकबार उन्हों ने शमशेर बहादुर सिंह के एक सॉनेट की बहुत प्रशंसा की | इससे शमशेर बच्चन जी के नजदीक हो गए | बच्चन जी शमशेर को इलाहबाद ले गए | वहाँ हिन्दी का वातावरण बहुत प्रेरक तथा प्रभावी था | निराला तथा पंत जी की रचनाओं ने उन्हें हिन्दी में लिखने के लिए प्रेरित किया | शमशेर पंत जी के संपर्क में आ गए | पंत जी ने उनकी कुछ कविताओं में सुधार भी किया | निराला ने उनकी एक कविता पर अच्छी टिप्पणी की | बच्चन जी ने तो उन्हें लिखने के लिए एक नया छंद भी समझाया | इसप्रकार शमशेर बहादुर सिंह हिन्दी की तरफ आ गए |
प्रश्न २: शमशेर ने जो सॉनेट बच्चन जी को भेजा, उसका मुख्य विषय क्या था ? उन्हों ने वह सॉनेट बच्चन जी को क्यों भेजा ?
उत्तर: शमशेर ने जो सॉनेट बच्चन जी को भेजा, उसमें प्रसिद्व कवि नरेंद्र शर्मा के प्रति कृतज्ञता के भाव व्यक्त थे | वह सॉनेट अंग्रेज़ी में था और अनुकात मुक्त छंद में था | उन्हों ने बच्चन जी को अपनी काव्य - प्रतिभा से परिचित कराने के लिए वह सॉनेट भेजा |
उत्तर: शमशेर ने जो सॉनेट बच्चन जी को भेजा, उसमें प्रसिद्व कवि नरेंद्र शर्मा के प्रति कृतज्ञता के भाव व्यक्त थे | वह सॉनेट अंग्रेज़ी में था और अनुकात मुक्त छंद में था | उन्हों ने बच्चन जी को अपनी काव्य - प्रतिभा से परिचित कराने के लिए वह सॉनेट भेजा |
प्रश्न ३: शमशेर को हिंदी की ओर किसने मोड़ा ?
उत्तर: शमशेर को हिंदी की ओर प्रसिद्व कवि हरिबंशराय बच्चन ने मोड़ा | बाद में निराला, पंत तथा इलाहाबाद के साहित्यिक वातावरण ने भी उनकी रुचि को स्थिर किया |
प्रश्न ४: लेखक बच्चन जी की किस प्रतिभा के कायल हैं ? उत्तर: शमशेर को हिंदी की ओर प्रसिद्व कवि हरिबंशराय बच्चन ने मोड़ा | बाद में निराला, पंत तथा इलाहाबाद के साहित्यिक वातावरण ने भी उनकी रुचि को स्थिर किया |
उत्तर: लेखक बच्चन जी की दूसरों को प्रतिभ जीवन देने की मौन - सजग प्रतिभा के कायल रहे हैं | बच्चन जी दूसरों की प्रतिभा को उभार कर सामने लाते थे | वे उन्हें उचित प्रोत्साहन देते थे | और सबसे बड़ी बात तो ये है कि - वे इस काम को चुप-चाप और बड़े ही स्वाभाविक रूप से करते थे | लेखक बच्चन जी के इन्ही गुणों के कायल थे |
प्रश्न ५: दिल्ली में रहकर लेखक अपना खर्चा कैसे चलाता था ?
उत्तर: दिल्ली में रहकर लेखक साइनबोर्ड पेंट करके अपना खर्चा (गुजारा) चलाता था |
Solutions of NCERT Hindi Textbook Exercise Questions (Kritika Bhag 1)
प्रश्न १: वह ऐसी कौन सी बात रही होगी जिसने लेखक को दिल्ली जाने के लिए बाध्य कर दिया?
प्रश्न २: लेखक को अंग्रेज़ी में कविता लिखने का अफ़सोस क्यों रहा होगा ?
प्रश्न ४: लेखक ने बच्चन के व्यक्तित्व के किन-किन रूपों को उभारा है ?
प्रश्न ५: बच्चन के व्यक्तित्व को अन्य किन लोगों का तथा किस प्रकार का सहयोग मिला ?
प्रश्न ६: लेखक के हिंदी लेखन में कदम रखने का क्रमानुसार वर्णन कीजिये |
No comments:
Write comments