Hindi Poem Savaiya by Dev
सवैया (देव)
Class 10 Hindi CBSE Guide NCERT Solution for Kshitij Bhag 2
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Question: सवैया कविता का सार (भावार्थ) अपने शब्दों में लिखिए।
Answer: देव रीतिकाल के प्रमुख कवि हैं। अलंकारिता एवं श्रृंगारिकता उनके काव्यों के प्रमुख विशेषताएँ रही हैं। प्रस्तुत सवैया में उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण के रूप सौंदर्य का बर्णन किया है और यहाँ श्रीकृष्ण के लौकिक नहीं बल्कि सामंति वैभव दिखाया गया है। ,कृष्ण के पाँयों में नूपुर एवं कमर में घुँघरू बज रहे हैं।श्यामल अंगों पर पीला वस्त्र सुशोभित हो रहा है। गले में वनमाला, माथे पर मुकुट है, बड़े-बड़े नेत्र अत्यंत चंचल हैं साथ में मुख रूपी चन्द्रमा पर चाँदनी जैसी मंद-मंद मुसकान बालक का व्यक्तित्व और शोभा-वर्धन कर रहा है। इस प्रकार कृष्ण इस संसार रूपी मंदिर के सुन्दर दीपक के समान शोभायमान हो रहे हैं।
Question: कृष्ण के किन-किन आभूषणों से मधुर ध्वनि आ रही है ?
Answer: कृष्ण के पैरों की सुन्दर पैजनी और कमर की करधनी से मधुर ध्वनि आ रही है।
Question: श्रीकृष्ण की हँसी की तुलना किससे की गयी है ? Or कृष्ण के मुखड़े की उपमा किससे दी गई है और उनका मुस्कान कैसा प्रतीत हो रहा है ?
Answer: श्रीकृष्ण की हँसी की तुलना चाँदनी से की गयी है। उनके मुख की उपमा चंद्रमा से दी गई है जिस पर मंद-मंद हँसी चाँदनी की भाँति पुरे संसार में फैली है।
Question: 'श्रीब्रजदूलह' किसे कहा गया है ?
Answer: 'श्रीब्रजदूलह' श्रीकृष्ण को कहा गया है। उनकी शोभा दूल्हे के समान लग रही है।
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thank you
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